बिलासपुर :— समर्थगुरुधारा मैत्री संघ छत्तीसगढ़ के तत्वाधान में बिलासपुर,कोटा,लोरमी,मुंगेली,चाँपा संघ के ओशो सन्यासियों के प्रयासों से 18 अप्रैल से 20 अप्रेल तक ध्यान योग शिविर का आयोजन, होटल जीत कांटीनेंटल (शिव टाकीज चौक) में रखा गया है, इस ध्यान योग शिविर में अधिक से अधिक संख्या में सम्मलित होकर आनंदित जीवन जीने की कला को सीखे।
*ध्यान योग शिविर में आप क्या सीखेंगे-*
(1) तनाव मुक्त, आनंदमय, शांतिपूर्ण और सफल जीवन जीना।
(2) अपने बॉस, सहकर्मियों, परिवार और दोस्तों के साथ सुखद संबंध बनाए रखने की कला .
(3) अपनी कार्य क्षमता कैसे बढ़ाएँ.
(4) अपनी इच्छाशक्ति बढ़ाने और अपने लक्ष्य प्राप्त करने का विज्ञान.
(5) सांसारिक जीवन में सफलता कैसे पाएं.
(6) शांतिपूर्ण बनने और अत्यधिक विचारों से छुटकारा पाने के लिए वैज्ञानिक, सटीक और आसानी से करने योग्य ध्यान तकनीकें.
(7) ओंकार ( अनाहत नाद ) का व्यावहारिक अनुभव.
*समर्थगुरुधारा परिचय* –
समर्थगुरुधारा जिसे पूर्व में ओशोधारा के नाम से जाना जाता था, ओशो की जीवंत धारा है जो की जीवित सद्गुरू, समर्थगुरु सिद्धार्थ औलिया जी द्वारा संचालित है। समर्थगुरु धारा में 14 योग कार्यक्रम, 14 सुमिरन कार्यक्रम और लगभग 42 प्रज्ञा कार्यक्रमों को इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि आधुनिक समय के व्यस्त व्यक्ति को आध्यात्मिकता की ऊंचाइयों को जल्द ही एवं कुशलता पूर्वक प्राप्त करने में मदद मिलती हैं। आज तक लाखों लोग इस धारा से जुड़ चुके है। और समर्थगुरु के मार्गदर्शन में आत्मज्ञान और उससे भी आगे की ओर आध्यात्मिक पथ पर चल रहे हैं।