रायपुर // प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री तथा पंडरिया जनपद पंचायत के पूर्व अध्यक्ष श्री अर्जुन तिवारी कांग्रेस पार्टी के ऐसे बिरले नेताओं में शुमार है जो अपने से जुड़े व्यक्ति चाहे वह किसी भी राजनीतिक पार्टी का कार्यकर्ता हो यदि उनको तकलीफ़ या मुसीबत है तो तिवारी हमेशा मदद के लिये तत्पर रहते हैं ।
उनका यह स्वभाव कोई आज का नहीं है यह सिलसिला विगत 31 साल पुराना है जब वे पंडरिया जनपद का अध्यक्ष हुआ करते थे ,यही कारण है की आज वे लगभग वनांचल से लेकर मैदानी एरिया के अधिकांश शादी विवाह शोक संवेदना से लेकर छट्टी जैसे मांगलिक कार्यक्रमों में शामिल होने पंडरिया विधानसभा क्षेत्र के गांव गांव जा रहें हैं ।
उनके एक विश्वस्त साथी ने बताया कि श्री तिवारी का यह जनसंपर्क अभियान का चुनावी राजनीति से कोई संबंध नहीं है बल्कि यह कार्यक्रम उनसे जुड़े लोगों से आत्मीय और पारिवारिक सम्बन्धों को बनाए रखने का सत्यप्रास मात्र है।
कुछ इसी तरह का कार्यक्रम है 31 मई का था जब श्री तिवारी को पता चला कि ग्राम विपतरा के कर्मठ युवा कांग्रेस नेता श्री व्यास चंद्राकर सर्प काटने के गंभीर खतरे से सकुशल बच कर स्वास्थ्य लाभ ले रहें हैं तो उन्होंने तुरंत उससे मिल कर कुशल क्षेम जानने का निर्णय ले तत्काल उनके गांव पहुंच गये और तक़रीबन एक घंटे से भी ज़्यादा समय तक उनके और उनके परिवार जनों के साथ रहे ।ज्ञात हो कि श्री ब्यास चंद्राकर से श्री तिवारी का परिचय 2018 में हुआ था जब श्री तिवारी विधानसभा पंडरिया से अपने टिकट की दावेदारी मजबूत करने पंडरिया विधानसभा क्षेत्र के वे गांव जो कवर्धा ब्लॉक में आतें हैं वहाँ अपनी पैठ मजबूत करने पनेका-दशरंगपुर में किसान महापंचायत का आयोजन कर रहे थे ।उस दौर में श्री ब्यास औरश्री पारस ने श्री तिवारी के साथ रात दिन एक कर कार्यक्रम को सफल बनाने में महती योगदान दिये थे।श्री तिवारी ग्राम झलमला भी गये जहाँ वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्री भारत चन्द्रवंशी के युवा नौजवान बेटे श्री रुपेश चन्द्रवंशी का हृदय आघात से असमय निधन पश्चात दशगात्र कार्यक्रम था।दोनों कार्यक्रमों में शिरकत करने श्री तिवारी बगैर किसी औपचारिक निमंत्रण के गये थे जो उनके स्वभाव का अहम हिस्सा है।
श्री तिवारी के साथ इस दरम्यान कवर्धा ब्लॉक कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष श्री राजेंद्र चंद्रवंशी,श्री किरण शर्मा,श्री गिरीश चंद्रवंशी ,भानु चंद्राकर ,तुलसी चंद्राकर ,पारस योगी ,उमेश चंद्राकर ,विजय चंद्रवंशी और उनके परिवार के लोग मौजूद थे।