बिलासपुर // ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) में 30 दिवसीय महिला ई-रिक्शा और चारपहिया वाहन चालक प्रशिक्षण का समापन हुआ। कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने पहुंचकर दीदियों का हौसला बढ़ाया और लाइसेंस प्रदान किए। पहली बार शुरू किए गए इस प्रशिक्षण में बिहान की 30 दीदियों ने वाहन चालक का प्रशिक्षण प्राप्त किया है। इस पहल से ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भरता की नई राह मिली है।
प्रशिक्षण के समापन अवसर पर ग्रामीण प्रशिक्षण संस्थान पहुंचे कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने बिहान दीदियों के आत्मविश्वास की सराहना की और उन्हें जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। कलेक्टर ने खुद ई रिक्शा पर सवारी कर प्रशिक्षण की गुणवत्ता परखी, वहीं सीईओ जिला पंचायत श्री संदीप अग्रवाल ने ‘बिहान’ योजना से महिलाओं के सशक्तिकरण और आजीविका के नए रास्तों पर प्रकाश डाला। प्रशिक्षण प्राप्त कर चुकी दीदियों ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि उन्हें एक नया कौशल मिला है जिससे उन्हें आजीविका की एक नई राह मिली है।
समारोह में संस्थान के निदेशक श्री राजेंद्र कुमार साहू ने महिलाओं के घरेलू और पेशेवर जीवन में संतुलन बनाने की क्षमता पर चर्चा करते हुए कहा कि आत्मविश्वास और मेहनत से महिलाएं हर मुकाम हासिल कर सकती हैं। अग्रणी प्रबंधक श्री दिनेश कुमार उरांव ने मातृत्व शक्ति को नमन करते हुए कहा कि महिलाओं को वित्तीय प्रबंधन में भी सशक्त होना जरूरी है।इस अवसर पर राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के जिला प्रबन्धक श्री रामेंद्र गुर्जर भी मौजूद थे।कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ संकाय श्रीमती दीप्ति मंडल ने किया प्रमुख प्रशिक्षक श्री दिलीप साहू सहित संस्थान के अधिकारी कर्मचारी और भारतीय स्टेट बैंक के पेंशन एसोसिएशन के अधिकारी भी मौजूद रहे।