बिलासपुर :— आयुष्मान भारत योजना के तहत बिलासपुर जिले के निजी अस्पतालों का जनवरी 2025 से अब तक का भुगतान लंबित होने से अस्पतालों की वित्तीय स्थिति गंभीर संकट में है। इस मुद्दे पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) बिलासपुर ने एक आपात बैठक आयोजित की, जिसमें निजी अस्पतालों के प्रतिनिधियों ने अपनी चिंता जाहिर की।
बैठक में बताया गया कि पिछले 7-8 महीनों से भुगतान न मिलने के कारण अस्पतालों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। दवाइयाँ, इम्प्लांट्स, ऑपरेशन सामग्री और चिकित्सा उपकरणों की बढ़ती लागत, कर्मचारियों के वेतन, बिजली-पानी, ऑक्सीजन जैसी आवश्यक सेवाओं का खर्च अस्पताल स्वयं वहन कर रहे हैं। भुगतान लंबित होने से कई अस्पतालों पर कर्ज का बोझ बढ़ गया है, जिससे गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करना मुश्किल हो गया है।
IMA बिलासपुर ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि यदि 31 अगस्त 2025 तक लंबित बकाया राशि का भुगतान नहीं किया गया, तो 1 सितंबर 2025 से बिलासपुर के निजी अस्पताल आयुष्मान भारत योजना के तहत कार्य बंद कर देंगे। यह निर्णय रायपुर IMA और राज्यस्तरीय IMA के सहयोग से लिया गया है।
IMA बिलासपुर ने अपील की कि निजी अस्पतालों ने अब तक जनहित में योजना को पूरा सहयोग दिया है, लेकिन भुगतान में देरी से उनके अस्तित्व पर संकट मंडरा रहा है। शासन-प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप कर लंबित भुगतान का निपटारा करने की माँग की गई है। IMA ने चेतावनी दी कि समयबद्ध भुगतान न होने पर अस्पताल योजना से बाहर होने को मजबूर होंगे, जिसका प्रतिकूल प्रभाव आम जनता पर पड़ेगा।