युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया से शिवतराई के बच्चों को मिला बेहतर शैक्षणिक माहौल अभिभावकों ने जताया आभार, बच्चों की पढ़ाई को लेकर संतुष्ट दिखे पालक


बिलासपुर // पिछले कई वर्षाें से शिक्षक की कमी से जूझ रहे कोटा ब्लाक के शिवतराई के शासकीय प्राथमिक शाला में नए शिक्षक की पदस्थापना से बच्चों को पढ़ाई के लिए बेहतर माहौल मिला है। अब बच्चे स्कूल नियमित रूप से आने लगे हैं और पढ़ाई के प्रति उनकी रूचि भी बढ़ गई है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर शिक्षा विभाग द्वारा किये गये युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया से यहां एक नए शिक्षक की पदस्थापना की गई है। इससे स्कूल का वातावरण बदल गया है और अब अभिभावक भी अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए पहले से ज्यादा निश्चिंत नजर आ रहे हैं।
शिवतराई का यह प्राथमिक स्कूल वर्ष 2014 से एकल शिक्षकीय था। प्रधान पाठक श्री होरीलाल गंधर्व ने बताया कि बीच में कुछ शिक्षक की पदस्थापना हुई लेकिन नियमित रूप से कोई भी शिक्षक स्कूल में नहीं रहे। श्री गंधर्व के उपर ही कक्षा पहलीं से पांचवी तक के बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी थी। जिससे कक्षाओं का संचालन प्रभावित हो रहा था और बच्चों के सीखने की प्रक्रिया में भी बाधा आ रही थी लेकिन अब स्कूल में नए शिक्षक श्री मनहर लाल धुर्वे की पदस्थापना हुई है। जिससे अब बच्चों की पढ़ाई सुचारू रूप से हो पा रही है। अब दोनों शिक्षक मिलकर प्रत्येक कक्षा को उचित समय दे पा रहे हैं। जिससे पढ़ाई में सकरात्मक परिवर्तन देखा जा रहा है। बच्चों की रूचि भी पढ़ाई में बढ़ रही है।
बच्चों के अभिभावक भी युक्तियुक्तकरण को सरकार द्वारा लिया गया सराहनीय कदम बता रहे है। श्रीमती प्रमिला धुर्वे ने बताया कि उनकी बच्ची एकता धु्रवे कक्षा पांचवी में पढ़ती है। अब वह पहले से ज्यादा विषयों को समझ पाती है। पहले जहां स्कूल जाने में आना-कानी करती थीं अब हमेशा स्कूल जाने के लिए तैयार रहती है। घर में जाने के बाद भी अपने सारे विषयों को रूचि पूर्वक दोहराती है। इसी प्रकार श्रीमती मनीषा मरावी ने बताया कि स्कूल में बच्चों को पढ़ाई को लेकर हम संतुष्ट है। उन्होंने बताया कि सरकार के इस फैसले से अब उनके बच्चों का भविष्य बेहतर होगा। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के प्रति आभार जताया। अनीता वैष्णव, मीनाक्षी, अदिति सहित अन्य बच्चों ने भी शिक्षक की पदस्थापना पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि अब पढ़ाई के प्रति हमारी रूचि बढ़ गई है। विषय पहले से ज्यादा समझ आने लगे है।

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