अंबिकापुर :— कार्यात्मक व्यावसायिक प्रशिक्षण और अनुसंधान सोसायटी एवं एस टी फाउंडेशन द्वारा चलाए जा रहे स्किल डेवलपमेंट कोर्स डिजिटल साक्षरता, साइबर सुरक्षा, कंप्युटर प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन किया गया। जिसमें प्रतिभागियों को निःशुल्क प्रशिक्षण के माध्यम से डिजिटल साक्षर कर सर्टिफिकेट भी प्रदान कराना है। जन शिक्षण संस्थान सरगुजा के सभागार में कार्यक्रम का शुभारम्भ मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित एवं वन्दना से किया गया। जन शिक्षण संस्थान सरगुजा द्वारा आंमत्रित विशेष अतिथि अंबिकापुर नगर पालिक निगम महापौर श्रीमती मंजूषा भगत जी, जन शिक्षण संस्थान सरगुजा के निदेशक एम सिद्दीकी जी की गरिमामय उपस्थिति रहीं। साथ ही कार्यक्रम मे श्री हरमिन्दर सिंह सभापति नगर पालिक निगम अंबिकापुर, श्री आलोक दुबे पार्षद, श्री शशिकांत पार्षद, श्री मनोज गुप्ता पार्षद, श्री दीपक यादव पार्षद, श्री जितेंद्र सोनी पार्षद, श्रीमती प्रियंका गुप्ता पार्षद, श्रीमती प्रियंका चौबे, आर एन पांडे, श्री कैलाश ठाकुर जी वरिष्ठ समाज सेवक, एम पी गुप्ता सम्पादक सूर्य भारती पत्रिका, अंचल ओझा सरगुजा साइंस ग्रुप, शालिनी, गिरीश गुप्ता साक्षरता सरगुजा, डॉक्टर श्रद्धा मिश्रा, श्रीमती रानी रजक, श्रीमती पूजा दुबे, इंदु मिश्रा साक्षरता, प्रीति तिवारी रिसोर्स पर्सन की उपस्थिति रहीं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर एम सिद्दीकी ने बताया कि कौशल विकास कार्यक्रम का अर्थ है, लोगों को विभिन्न क्षेत्रों में काम करने के लिए आवश्यक कौशल सिखाना। इसका उद्देश्य युवाओं को रोजगार के लिए तैयार करना, उनकी नौकरी की संभावनाओं को बढ़ाना और देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करना है। इसी तारतम्य मे आलोक दुबे ने कहा कि कौशल विकास युवाओं को आत्मनिर्भर बनने में मदद करता है और उन्हें अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए सशक्त बनाता है। किसी व्यक्ति के काम करने की क्षमता को बेहतर बनाने के लिए नए कौशल सीखना या मौजूदा कौशल को बढ़ाना। यह किसी व्यक्ति को नौकरी के बाजार में अधिक प्रतिस्पर्धी बनाने और व्यक्तिगत और पेशेवर दोनों तरह से सफल होने में मदद करता है। साथ ही मंजूषा भगत ने बताया कि कौशल विकास कार्यक्रम युवाओं को सशक्त बनाने, देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और सामाजिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण हैं। सरकार और निजी क्षेत्र दोनों को मिलकर इन कार्यक्रमों को बढ़ावा देना चाहिए ताकि अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित किया जा सके।प्रीति तिवारी रिसोर्स पर्सन ने बताया कि कार्यक्रम में 30 दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान कंप्युटर से जुड़े सभी टॉपिक को कवर किया जायगा, साथ ही ऑनलाइन एसेसमेंट मे पास होने वाले छात्र-छात्राओं को सर्टिफिकेट प्राप्त होगा। जिससे वे डिजिटल साक्षरता के दौर में कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ सकेंगे।